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पहलवानों का गंगा नदीं में मेडल बहाने का था प्लान! राकेश टिकैत के रोकने पर बदला प्लान

बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे पहलवान सोमवार को हरिद्वार पहुंच गए। पहलवानों का पवित्र गंगा नदी में मेडल बहाने का प्लान था। लेकिन उन्हें रोकने के लिए किसान नेता राकेश टिकैट पहुंच गए, इसके बाद उन्होंने अपना मन बदल लिया। इस पर बीजेपी सांसद बृजभूषण ने कहा कि वे मेडल बहाने गए थे, लेकिन बाद में उन्होंने टिकैत के हाथों में मेडल दे दिया, अब हम क्या कर सकते हैं। 

 

दिल्ली के जंतर मंतर पर महिला पहलवानों के साथ बड़ी संख्या में मेडलिस्ट पहलवान दिल्ली में एक महीने से भी ज्यादा से धरना दे रहे थे। उनका आरोप है कि उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इस बीच नए संसद भवन का उद्घाटन भी हो गया। बृजभूषण शरण सिंह भी इस उद्घाटन समारोह में पहुंचे थे। पीएम मोदी ने यहां अपना संबोधन दिया था। इससे नाराज पहलवानों ने संसद मार्च का प्लान किया। हलांकि, दिल्ली पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया, दिल्ली की सड़कों पर 28 मई को खूब तांडव देखने को मिला। 

 

ओलंपिक मेडलिस्ट बजरंग पूनिया ने मंगलवार को सोशल मीडिया के जरिए बताया कि वे अपना मेडल पवित्र गंगा नदी में बहाने जा रहे हैं। इसके लिए वे हरिद्वार पहुंचे। शाम 6 बजे मेडल बहाने का प्लान था। हलांकि समय गुजरने के साथ ही वहां किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे और पहलवानों को मनाया। उन्होंने पहलवानों से पांच दिनों का समय मांगा। बाद में केंद्र सरकार को बृजभूषण सिंह पर कार्रवाई का अल्टीमेटम दिया गया। अल्टीमेटम की अवधि रविवार को समाप्त होगी। इसके बाद वे अगली योजना का ऐलान करेंगे। 

 

ओलंपिक मेडलिस्ट बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक समेत दूसरे पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर बैठे थे। उन्हें 28 मई को जंतर मंतर से हटा दिया गया। इसके बाद उन्होंने इंडिया गेट का रूख किया। पहलवानों का आरोप है कि वहां भी उन्हें धरना देने की इजाजत नहीं दी गई। पहलवानों ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने उनके साथ बर्बरता की, उन्हें गिरफ्तार किया, वे शांति से प्रदर्शन कर रहे थे। अगले दिन गंभीर धाराओं में केस दर्ज किए गए। पहलवानों ने कहा कि उन्होंने कोई क्राइम नहीं किया है। हमारा उत्पीड़न करने वाला खुलेआम घूम रहा है। वह पोक्सो एक्ट को बदलने की बात कर रहा है।

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