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अमेरिकी सीनेटर्स बिल हैगार्टी और जेफ मर्कले अरुणाचल प्रदेश पर पेश किया प्रस्ताव, चीन को सुनाई खरी-खरी

अमेरिका के दो सीनेटर्स ने एक ऐसा प्रस्ताव पेश किया जिससे चीन की टेंशन बढ़ जाएगी। अमेरिकी सीनेटर्स बिल हैगार्टी और जेफ मर्कले के इस प्रस्ताव के बाद अमेरिका की तरफ से अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग समझा जाएगा। इस प्रस्ताव के साथ ही अमेरिकी सीनेट ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की आक्रमकता का विरोध भी किया है। अमेरिका ने चीन की तरफ से एलएसी की यथास्थिति बदलने की कोशिशों की भी आलोचना की है। सीनेटर हैगार्टी ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा है कि ऐसे समय में जब चीन की तरफ से हिंद- प्रशांत क्षेत्र में खतरा बढ़ता जा रहा है। इसलिए अमेरिका के लिए ये अहम हो जाता है कि वह अपने रणनीतिक साझेदारों खासतौर पर भारत के साथ खड़ा रहे।

 

अमेरिकी सीनेटर बिल हैगार्टी एक राजनेता होने के साथ-साथ एक सफल बिजनेसमैन और डिप्लोमैट भी रहे हैं। हैगार्टी रिपब्लिकन पार्टी से हैं और टेनेसी से सीनेटर हैं। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में बिल को जापान में अमेरिका का राजदूत नियुक्त किया गया था। 27 अगस्त 2017 से जुलाई 2019 तक वो जापान में तैनात थे। ऐसे में उनके पास चीन और उसकी रणनीतियों को लेकर काफी अच्छी खासी समझ है। वह जापान में अमेरिका के 30 वें राजदूत थे। साल 2020 से वह सीनेट में हैं। फिलहाल वो सीनेट की बैंकिंग कमेटी के अलावा विदेशी मामलों की समिति का भी अहम हिस्सा हैं। हैगार्टी हमेशा से कहते आए हैं कि मौजूदा समय में राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके प्रशासन की चीन के खिलाफ बनीं नीतियां काफी कमजोर है। उनका कहना है कि अगर विदेश विभाग और व्हाइट हाउस इस समस्या को नहीं समझेगा तो फिर वह अपनी आवाज को उठाते रहेंगे। 

 

वहीं सीनेटर जेफ मर्कले भी चीन पर बाइडन प्रशासन की नीतियों से काफी नाराज हैं। वो खुद डेमोक्रेट हैं लेकिन चीन पर सरकार का रवैया उन्हें काफी निराश करता है। जेफ इस समय ऑरगन से सीनेटर हैं। जेफ को चीन पर आक्रामक रवैया रखने वाला नेता माना जा रहा है। साल 2021 में जेफ ने हांगकांग पर चीन की नीतियों का भी विरोध किया था और ट्वीट कर लिखा था कि, चीन, हांगकांग में मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन कर रहा है। वह ऐसे समय में लोकतंत्र की आवाज को दबा रहा है जब सबकी नजरें उस पर टिकी हुई है।

 

अभी हाल ही में मोंटाना में चीनी जासूसी गुब्बारा के नजर आने के बाद जेफ ने काफी सख्ती से चीन की नींदा की थी। उन्होंने कहा था कि, यह सुनने में काफी अजीब लगता है कि, चीन की तरफ से एक जासूसी गुब्बारा देश में दाखिल हो गया है लेकिन अच्छी बात ये है कि हमनें इसे ढेर कर दिया है।

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